मोदी के संदर्भ में स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने कहा-पापी का समर्थन भी पाप है।

*पापी का समर्थन भी पाप है*
– *स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी*

निर्दोषों को सताना पाप है। मंदिरों में प्राणप्रतिष्ठित मूर्तियां अपने पास आये भक्तो का कल्याण करती हैं। उन पर हथौड़ा चलाकर उन्हें और उनके मंदिरों को तोडफ़ोड़ कर नेस्तनाबूद कर देना बहुत बड़ा पाप है।

ऐसे पापी को किसी तरह का समर्थन देने का मतलब उसके पाप का भागीदार होना, चाहे वह समर्थन वोट देकर ही क्यों न व्यक्त किया जाय।

उक्त बातें अखिल भारतीय रामराज्य परिषद न्यास के अध्यक्ष एवं परमधर्म संसद् 1008 के प्रवर धर्माधीश स्वमिश्री: अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज ने भारत धर्म महामंडल में एक दिवसीय निवास के दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में कही। ज्ञातव्य है कि वाराणसी के निर्वाचन अधिकारी द्वारा मनमाने कारण बता कर लगभग 80 लोगों के नामांकन खारिज करने के विरुद्ध वे 17 दिनों की “लोकतंत्र बचाओ यात्रा” के अंतर्गत दूसरे दिन भारत धर्म महामंडल परिसर, लहुराबीर में रुके हुए हैं।

*उक्त बातें पाप पुण्य मानने वालों के लिये ही*

स्वामिश्रीः: ने स्पष्ट किया कि यह बातें एक धर्माचार्य होने के नाते हम उनलोंगो को पाप से बचाने के लिए कह रहे हैं जो लोग वेद शास्त्रों पर आस्था रखते है एवं पुण्य पाप के अस्तित्व को स्वीकार करते हैं। जो लोग पुण्य पाप नाम की वस्तुओ को मानते ही नही, उनके लिए यह बात नही कही जा रही है।

*मन्दिर तोड़वा को वोट देने का मतलब औरंगजेब को वोट देना*

स्वामिश्रीः: ने आगे बताया कि मन्दिर तोड़ने वालों को वोट देने का मतलब औरंगजेब को वोट देना है क्योंकि इतिहास बताता है कि काशी में औरंगजेब ही सन 1652 में मन्दिर तोड़े थे। उसके बाद यह पहला अवसर है जब किसी ने बर्बरतापूर्वक मन्दिर और मूर्तियों को तोडा है।

*एक करोड़ का इनाम लेने कोई आगे न आया*

स्वामिश्रीः ने बताया कि 21 अप्रैल को कमच्छा के “चाणक्य सभागार” में हुए सन्त विद्वत सम्मेलन में हमने उन लोगों से आग्रह किया था कि जिन मंदिरों को तोड़कर फेके जाने की बात हम कर रहे है, उन्हें मौके पर मौजूद दिखाने वालों को *1 करोड़* रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा। क्योंकि तब तक अनेक लोग फेसबुक आदि पर बार बार कह रहे थे कि कोई मन्दिर नही तोड़ा गया। आज लगभग 11 दिन हो जाने के बाद भी किसी का इनाम लेने के लिए आगे न आना सिद्ध करता है कि मन्दिर और मूर्तियां तोड़ी गयी हैं।

*नरेंद्र मोदी का पर्चा खारिज हो*

वाराणसी संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के पर्चे में अनेक त्रुटियां हैं जिन्हें संकलित कर हम शीघ्र ही निर्वाचन आयोग को उपलब्ध करवाएंगे और सैकड़ा के करीब पर्चे खारिज करने वाले चुनाव अधिकारी से नरेंद्र मोदी का पर्चा खारिज करने की मांग करने वाले हैं।

*जनता करेगी नरेंद्र मोदी का पर्चा खारिज*

हम जानते हैं कि जिसके संकेत पर निर्वाचन आयोग पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं और मनमाने कारण बता कर 100 के करीब प्रत्याशियों का पर्चा खारिज कर चुका है वह नरेंद्र मोदी का पर्चा शायद ही खारिज करे। इसलिए हम जनता से अनुरोध कर रहे हैं कि वह अपने अधिकारों का प्रयोग कर उनकी उम्मीदवारी को खारिज कर सकती है।

*अनेक लोग करेंगे चुनाव में मतदान का बहिष्कार*

निर्वाचन आयोग के पक्षपातपूर्ण रवैए को देखते हुए अनेक लोगों ने अपनी स्तर से मतदान न करने का निर्णय लिया है । वह शपथ पत्र पूर्वक निर्वाचन आयोग को अपनी इच्छा को बताएंगे।

*नोटा नहीं बहिष्कर*

वैसे तो नोटा का ऑप्शन भी है पर नोटा दबाने से संकेत जाएंगे कि मतदाता को कोई भी प्रत्याशी पसंद नहीं है ,जबकि सच्चाई यही है कि चुनाव की पूरी प्रक्रिया ही पक्षपात करके दूषित कर दी गई है।

*बनारस का चुनाव हो रद्द् नए चुनाव को बनाएं निष्पक्ष और पारदर्शी*

भारत में लोगों के मन में लोकतंत्र के बारे में विश्वास जगाए रखना चुनाव आयोग का कार्य है। आवश्यक है कि काशी में हो रहे वर्तमान लोकसभा चुनाव को रद्द किया जाए और शीघ्र ही नई तारीखों में किसी सुयोग्य और ईमानदार अधिकारी की देख-रेख में पुनः नामांकन कराते हुए चुनाव कराया जाए। यदि ऐसा नहीं होता और वर्तमान शैली बनी रही तो फिर चुनाव की निष्पक्षता बाधित हो जाएगी।

*विपक्ष एक होकर नरेंद्र मोदी को उनकी अनीतियों के लिए परास्त करें*

स्वामिश्रीः ने समूचे विपक्ष का आह्वान किया कि अत्याचारी नरेंद्र मोदी के विरुद्ध एकता और एकजुटता दिखाएं और नरेंद्र मोदी की पराजय सुनिश्चित करें । यदि विपक्ष बिखरे रहकर चुनाव लड़ता है तो हम लोग यही समझेंगे कि विपक्ष केवल वोट बाँट कर नरेंद्र मोदी की जीत सुनिश्चित करना चाहता है।

यदि विपक्ष एकजुट होकर नरेंद्र मोदी को परास्त कर देता है तो उसका श्रेय समूचे विपक्ष को जाएगा। यदि यह लोग अलग अलग लड़कर विपक्षी वोट बांटते है तो फिर नरेंद्र मोदी जीतेंगे और उनको जिता देने का दोष भी दोनों ही दलों को प्राप्त होगा ।

*लोकतंत्र बचाओ यात्रा पहुंचेगी पांचों विधानसभाओं में*

तानाशाही के विरुद्ध निकाली गई *लोकतंत्र बचाओ यात्रा* वाराणसी संसदीय क्षेत्र के सभी पांचों विधानसभाओं में जाएगी। प्रत्येक विधानसभा में 3 दिन का प्रवास करेगी, जिसमें कैंट,उत्तरी, दक्षिणी, सेवापुरी और रोहनिया विधानसभा शामिल है।

*हमारे प्रत्याशी दिल्ली पहुंचे हैं*

अखिल भारतीय राम राज्य परिषद समर्थित प्रत्याशी श्रीभगवान् जी कल सवेरे प्रयागराज गए थे परंतु हाई कोर्ट के यह कह देने के बाद भी दौरान चुनाव हमारा क्षेत्राधिकार कुछ भी सुनने का नहीं है, वह दिल्ली पहुंचे हैं और निर्वाचन आयोग मुख्यालय जाकर अपना निवेदन किया है।

निर्वाचन अधिकारी श्री अनुज जयपुरी जी ने 24 घंटे में जांच कर कार्यवाही से अवगत कराने को कहा है।

*भाजपा के बहुमत कार्यकाल में हिंदू धर्म की सर्वाधिक क्षति*

हिंदू धर्म को क्षति पहुंचाने के प्रयास तो अनेक शासकों ने अपने अपने समय में किए हैं पर जितनी क्षति भाजपा के बहुमत शासन की इस बीत रहे कार्यकाल में हुई है उतनी किसी और कार्यकाल में नहीं हुई।

इस कार्यकाल में ही सर्वाधिक गौ मांस का निर्यात हुआ, गंगा प्रेमी अनशन कर मरे, राम मंदिर की बात ही नहीं हुई , देशभर में हजारों मंदिर और लाखों मूर्तियां तोड़ी गई और बेची गई। समलैंगिकता तथा व्यभिचार को बढ़ावा मिला, संतों का राजनीतिक दुरूपयोग हुआ और हिंदू आकांक्षाओं की सर्वथा अनदेखी की गई।

Jitender Khurana

जितेंद्र खुराना HinduManifesto.com के संस्थापक हैं। Disclaimer: The facts and opinions expressed within this article are the personal opinions of the author. www.HinduManifesto.com does not assume any responsibility or liability for the accuracy, completeness, suitability, or validity of any information in this article.

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