*जनता का कल्याण हिन्दू राज्य से नही अपितु राम राज्य से संभव – स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द

*प्रेस विज्ञप्ति*

*जनता का कल्याण हिन्दू राज्य से नही अपितु राम राज्य से संभव – स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द*

*काशी में मन्दिरों-मूर्तियों को तोड़ने वाले मोदी के विरूद्ध रामराज्य परिषद मैदान में उतारेगा प्रत्याशी*

वाराणसी, 21 अप्रैल।

काशी में सत्य सनातन धर्म की रक्षा के लिए अखिल भारतीय राम राज्य परिषद् न्यास वाराणसी से उम्मीदवार उतारेगा। इस बात की घोषणा जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज ने रविवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कमच्छा स्थित शिक्षा संकाय के चाणक्य प्रेक्षागृह में की। अखिल भारतीय राम राज्य परिषद न्यास के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन एवं सनातनी सन्त – विद्वत सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए संत प्रवर अविमुक्तेश्वरानन्द जी महाराज ने कहा कि आज सौ करोड़ हिन्दुओं में सें अस्सी करोड़ हिन्दू नेतृत्व विहीन होने की वजह से उपेक्षित है। उन उपेक्षित हिन्दुओं का नेतृत्व करने के लिए धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज द्वारा स्थापित राम राज्य परिषद आगे आ रहा है, इसलिए काशी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विरूद्व प्रत्याशी उतारने का निश्चय सन्त समाज के साथ विमर्श कर किया गया है। उन्होंने कहा कि जनता का कल्याण हिन्दू राज्य से नही बल्कि राम राज्य से ही संभव है। हिन्दू विकल्पहीन नही है उसका विकल्प रामराज्य परिषद है। काशी में मन्दिर तोड़कर विनाश करने वाले उसे विकास कह रहे है जो सरासर असत्य है।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने कहा कि विश्वनाथ कारिडोर के नाम पर काशीवासियों को चोर कहा गया, विशेषतया विश्वनाथ मन्दिर परिक्षेत्र के लोगों को मन्दिर चोर साबित करने का प्रयास किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि काशी के कई अति प्राचीन मन्दिरों को तोड़ दिया गया, जिसका प्रमाण भी उपलब्ध है, मन्दिर तोड़ने की बात से इनकार करने वाले यदि मन्दिर और मूर्तियों को उनके स्थान पर दिखा दे तो उन्हें एक करोड़ रूपये का इनाम भी दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि खुद को चैकीदार कहने वाले यदि चैकन्ने थे तो, हिन्दुस्तान दुनिया में गौमांस का सबसे बड़ा निर्यातक कैसे बन गया ? स्वामी जी ने कहा कि आज काशी से सनातनी हिन्दू अपने विरूद्ध हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़े होने की शुरूआत कर रहे है।
महामण्डलेश्वर महन्त रामगिरी जी महाराज ने कहा कि मध्य प्रदेश में पिछली सरकार ने पिछले 15 वर्षो में चार हजार मन्दिरों को तोड़ दिया गया वहीं प्रयागराज में हुए कुम्भ में प्रधानमंत्री ने संतों, महात्माओं और विद्वानों का सत्कार न कर हमारा अपमान किया, जिसका सन्त समाज निन्दा करता है। पवन सुख दास जी महाराज ने कहा कि काशी की आवाज दिल्ली के लाल किलें तक जायेगी तभी सनातनियों का समुचित विकास हो सकता है। अच्युतानन्द जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए कांग्रेस, भाजपा काम नही आयेगी, हमारे लिए राम राज्य परिषद ही काम आयेगा।
काशी विद्वत परिषद के संरक्षक प्रो. रामयत्न शुक्ल ने कहा कि करपात्री जी महाराज के रामराज्य के उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए रामराज्य परिषद को आगे आना चाहिए। प्रो. शिवजी उपाध्याय ने कहा कि काशी में मन्दिर तोड़े जाने को लेकर समस्त सनातनियों को खड़ा होना जरूरी है। डाॅ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि करपात्री जी महाराज ने सत्ता प्राप्ति के लिए नही बल्कि राजनीतिक शुचिता लाने के लिए इसका गठन किया था।
धर्मसंघ के पं. जगजीतन पाण्डेय ने कहा कि वर्तमान में सभी राजनीतिक दल धर्म विरोधी कार्य कर रहे है, इसलिए सब लोग एक दृढ़ता के साथ संकल्प लेकर आगे बढ़ेंगे तो रामराज्य परिषद देश की सत्ता पर काबिज होगी। प्रो. विजयनाथ मिश्र ने कहा कि काशी में मन्दिर तोड़े जाने का रोष पूरी दुनिया में धर्म में आस्था रखने वालों को हो रहा है। विश्वनाथ मन्दिर के महन्त डाॅ. राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि बाबा विश्वनाथ को मुक्ति दिलाने की बात कहने वालों को काशी से मुक्ति दिलाने का समय आ गया है। अधिवेशन में महामण्डलेश्वर बालेश्वर दास जी, मोहन दास जी, महन्त घनश्याम दास जी महाराज, प्रेमाचार्य जी महाराज, धर्मदास जी, रवीन्द्र दास जी,वृन्दावन दास जी रामायणी, हरिहराचार्य जी, लक्ष्मण दास जी, रामदास जी, ईश्वरानन्द जी, अवध बिहारी दास आदि सन्त एवं विद्वानों ने विचार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सन्तों ने परम धर्म घोषणा पत्र भी जारी किया गया। इससे पूर्व अघिवेशन का शुभारंभ वैदिक एवं पौराणिक मंगलाचरण के साथ हुआ। सन्तो एवं विद्वतजनों का स्वागत ब्रम्हचारी मुकुन्दानन्द ने माल्र्यापण कर किया। संचालन महामण्डलेश्वर पद्मनाभ शरण जी महाराज एवं धन्यवाद ज्ञापन शेखर आर्य ने दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में काशी के धर्मानुरागी जनता उपस्थित रही।

*श्रीलंका में हुए बम विस्फोट में मारे गये लोगों को दी गयी श्रद्धांजलि*

आज की सभा के मध्य में ही जब यह सूचना मिली कि श्रीलंका में बम विस्फोट हुआ है और उसमें कुछ लोग मृत्यु को प्राप्त हुए हैं तो उपस्थित सभी सन्तों एवं विद्वज्जनों ने थोडी देर के लिए सभा स्थगित कर दी और सबने मिलकर शान्ति पाठ करते हुए उन सभी दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि व्यक्त की ।

*कल होगी प्रत्याशी के नाम की घोषणा*

नोट:- अखिल भारतीय राम राज्य परिषद के प्रत्याशी की घोषणा सोमवार को केदार घाट के बगल में करपात्री धाम के सम्मुुख माॅ गंगा के पावन तट पर पूर्वाह्न 10 बजे होगा।

Jitender Khurana

जितेंद्र खुराना HinduManifesto.com के संस्थापक हैं। Disclaimer: The facts and opinions expressed within this article are the personal opinions of the author. www.HinduManifesto.com does not assume any responsibility or liability for the accuracy, completeness, suitability, or validity of any information in this article.

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