शंकराचार्य बनने के पश्चात् स्वामिश्री: आविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज का हो रहा है प्रथम काशी आगमन

प्रेस विज्ञप्ति

सादर प्रकाशनार्थ

16.12.2022, वाराणसी।

पूरे काशी नगरी में होगा भव्य ऐतिहासिक स्वागत

कल 17 दिसम्बर दिन शनिवार को पूज्यपाद अनंतश्री विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्री: आविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज के प्रथम काशी आगमन पर विभिन्न संस्थाओं और काशीवासियों द्वारा जोरदार स्वागत किया जायेगा।

बाबतपुर, तरना, शिवपुर, कचहरी, नदेसर, तेलियाबाग, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा, गुरुबाग, कमच्छा, भेलुपर व सोनारपुरा के बीच दर्जनों स्थान पर होगा भव्य स्वागत व अभिनंदन।

सोनारपुरा से पूज्य शंकराचार्य जी महाराज पालकी पर विराजित होकर श्रीविद्यामठ तक जायेंगे। पालकी यात्रा के आगे एक दल डमरू वादन व एक दल शहनाई वादन करते आगे आगे चलेगा। पालकी यात्रा में भक्तगण सम्मलित रहेंगे। इस दौरान पूज्य शंकराचार्य जी महाराज चिंतामणि गणेश जी महाराज का दर्शन भी करेंगे।श्रीविद्यामठ में आध्यात्मिक उत्थान मंडल के माताओं द्वारा पूज्य शंकराचार्य जी महाराज को छप्पन भोग समर्पित किया जायेगा तथा काशी वासियों,सन्तों,वैदिक विद्वानों व भक्तों द्वारा उनका अभिनंदन,वंदन,आरती व चरणपादुका पूजन किया जायेगा।

साथ ही शंकराचार्य जी महाराज के पांच दिवसीय काशी प्रवास के दौरान विभिन्न स्थानों पर विविध धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे।

उक्त सूचना शंकराचार्य जी महाराज के वाराणसी क्षेत्र के प्रेस प्रभारी सजंय पाण्डेय ने दी है।

Jitender Khurana

जितेंद्र खुराना HinduManifesto.com के संस्थापक हैं। Disclaimer: The facts and opinions expressed within this article are the personal opinions of the author. www.HinduManifesto.com does not assume any responsibility or liability for the accuracy, completeness, suitability, or validity of any information in this article.

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